Thursday, September 26, 2019

अमेरिकन भूगोलवेत्ता American geographers

          अमेरिकन भौगोलिक विचारधाराएँ

(1) जॉर्ज परकिन्स मार्श (1801-1882)

अमेरिका में स्वतंत्र विचारधारा का प्रथम भूगोलवेत्ता
मार्श ने सर्वप्रथम जर्मनी की निश्चयवादी विचारधारा का विरोध किया तथा उसने बताया की प्राकृतिक वातावरण पर मानव का प्रभाव पड़ता है।
मार्श ने ही सर्वप्रथम सरक्षण विचारधारा को प्रस्तुत किया।
प्रमुख पुस्तके-
   1. मानव एवं प्रकृति

(2) अर्नोल्ड हैनरी गायोट (1807-1884)

प्रमुख पुस्तक-पृथ्वी तथा मानव
अमेरिका में भूगोल का प्रथम प्रोफेसर रहे।
उदेश्यवादी, ईश्वरवादी विचारधारा का समर्थक तथा रिटर के समान ही इसकी भी दार्शनिक प्रकृति थी सन 1890 में अमेरिकन ज्योगाफीकल सोसायटी की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।

(3) विलियम मोरिस डेविस (1850-1934)

स्थालकृति विज्ञान का जनक पिता कहा जाता है।
1904 में अमेरिकन भूगोलवेत्ता संघ की स्थापना की।
नियतिवादी विचाराधारा का समर्थक
1899 में अपरदन चक्र की संकल्पना प्रस्तुत की।
डेविस मानव भूगोलवेत्ताओं के प्रबल आलोचक थे उनके अनुसार मानव भूगोलवेत्ता पूर्ण भूगोलवेत्ता नही है।
प्रमुख पुस्तक-
   1. प्रवाल रचना समस्या (1928)
   2. भौगोलिक लेख (1909)
   3. स्थल रुपों का व्याख्यात्मक विवरण (1912)
 डेविस ने त्रिकुट प्रतिफल की रचना की
      1. प्रक्रम
      2. समय/अवस्था
      3. संरचना
नोट- डेविस ने समय कारक की संकल्पना पर अधिक बल दिया था।

(4) मार्क जेफरसन (1863-1949)

अमेरिका में मानव भूगोल की स्थापना की जेफरसन के अनुसार भूगोल का उद्देश्य - मानवों से जुड़ा है कि वे जहाँ रहते है, किस प्रकार से रहते है, और वे वहाँ ही क्यो है।
1750 से 1830 के मध्य का काल अमेरिका भूगोल मे जेफरसन युग के नाम से जाना जाता है।
जेफरसन ने प्राइवेट सीटी (प्रमुख नगर) का नियम प्रस्तुत किया था।
प्रमुख पुस्तक-
    1.रेलो द्वारा सभ्यता का प्रचार

(5) एलन चर्चिल सेम्पुल (E.C Semple 1863-1992)

सेम्पुल रेटजेल की शिष्या थी।
नियतिवादी विचारधारा की प्रबल समर्थक
एलन चर्चिल सेम्पुल के अनुसार मानव पृथ्वी के धरातल की उपज है।
नोट-सैम्पुल वातावरणीय निश्चयवाद की भी प्रबल समर्थक थी।
सेम्पुल के अनुसार मानव भूगोल क्रियाशील मानव एवं अस्थायी पृथ्वी के परिवर्तनशील संबंधों का अध्ययन है।
प्रमुख पुस्तक-
   1. भूमध्य सागरीय प्रदेशों का भूगोल (1915)
   2. भौगोलिक परिवेश का प्रभाव (1911)

(6) एल्सवर्थ हंटिगटन (Ellsworth Huntington 1876-1947)

हंटिगटन एक भू-वैज्ञानिक व जलवायु वैज्ञानिक था।
प्रमुख पुस्तके-
    1. एशिया का स्पन्दन (The pulse of Asia 1907)
    2. पेलेस्टाइन एंव उसका रुपान्तरण (Palestine and Its Transformation 1911)
    3. सभ्यता एंव जलवायु ((Civilization and Climate1915)
    4. मानव भूगोल के सिद्धांत (Principles of Human Geography 1920)
    5. मानव प्रजातियों के लक्षण (Characters of Races 1924)
    6. मानव आवास (The Human Habitat 1927)
    7. आर्थिक एंव सामाजिक भूगोल (Economic and Social Geography 1933)
    8. सभ्यता के प्रधान स्त्रोत (Main Springs of Civilization 1945)

  • एक प्रसिद्ध भू-वैज्ञानिक भूगोलवेत्ता व जलवायु वैज्ञानिक था।
  • नियतिवादी विचारधारा (Environmental Determinims) प्रबल समर्थक 
  • वातावरणीय निश्यवाद प्रबल समर्थक।
  • हंटिगटन के अनुसार सूर्य कि स्थिति के कारण ही जलवायु में परिवर्तन होता है। जिसका प्रभाव सांस्कृतिक कारकों पर पड़ता है।
  • हंटिगटन की नियुक्ति 1907 में येल विश्वविद्यालय में भू-विज्ञान के व्याख्यता के पद पर हुई।


(10) इसा बोमेन (Isaiah Bowman  1878-1950)

अपने जीवनकाल में एंडिज पर्वत के क्षेत्र का भ्रमण किया तथा उसके आधार पर एक शोध पत्र द ज्योग्राफी ऑफ द सेन्ट्रल एंडीज प्रस्तुत किया। बोमेन प्रारम्भिक काल में निश्चयवादी था लेकिन बाद मे सम्भववादी सम्भवाद के प्रबल समर्थक हो गया।
प्रमुख पुस्तक-
   1. द न्यु वल्ड राजनीतिक भूगोल की समस्याएं (The New World, Problems in Political Geography
   2. अटाकामा के मरुस्थलीय पदचिन्ह (Desert Trails of Atacama 1924)
   3. अंतर्राष्ट्रीय संबंध (International Relations (1930)
   4. अग्रिम अंचल (The Pioneer Fringe 1931)
   5. भूमि आवास की सीमाएँ (Limits of Land Settlement 1937)

(11) थॉमस ग्रिफिथ टेलर (Griffith Taylor 1880-1963)

नियतिवादी विचारधारा का समर्थक था लेकिन इसने नियतिवादी को वैज्ञानिक निश्चयवाद (Scientific determinism)  कहा इसने इस विचारधारा को नव निश्चयवाद (Neo determinism)  व रुको व रुको व जाओ निश्चयवाद (Stop and go determinism) भी कहा।
टेलर के अनुसार मानव ट्रेफिक पुलिस की तरह कार्य करता है। अर्थात् मानव वाहनों की गति कम या अधिक तो कर सकता है परंतु उनकी दिशा को नही बदल सकता है।
टेलर ने प्रजातियों के प्रवास से संबंधित विचारधाएँ प्रस्तुत की थी।
टेलर ने प्रवास कटिबंध सिद्धांत (Migration Zone Theory) या कटिबंध स्थिर सिद्धांत या जोन स्टीरिया थ्योरि कहा।
टेलर के अनुसार ना तो प्राकृतिक शक्तियॉ पुर्णत नियत्रकारी है और ना ही मानव प्रकृति का विजेता है।
टेलर ने 1907 में अपनी पुस्तक आवर ईवलिग सिविलाईजेसन में भू-शांति की विचारधारा प्रस्तुत की
प्रमुख पुस्तकें
   1. बीसवी शताब्दी में भूगोल (Geography in Twentieth Century 1951)
   2. प्रजातीय भूगोल (Racial Geography)
   3. नगरीय भूगोल (Urban Geography)
   4. जनसंख्या भूगोल पर निबंध (Essays on Population Geography)
   5. कनाडा की जलवायु (The Climates of Canada 1941)
   6. वातारण प्रजाति तथा प्रवास (Environment, Race and Migration 1937)
   7. आस्ट्रेलिया भौतिक एंव आर्थिक (Australia Physiographic and Economic)
  8. सास्कृतिक भूगोल (Cultural Geography) चार खंडों में
          प्रजाति (Race)
          राष्ट्र (Nation)
          नगर (City)
         सभ्यता (Civilization)

(12) कार्ल सावर (Carl Ortwin Sawer 1889-1975)

संभववाद का प्रबल समर्थक
1923 में कैलिर्फोनिया के बर्कले में भूगोल के प्रोफेसर नियुक्त हुए।
क्षेत्रीय विभिन्नता शब्द प्रयोग किया 1925 में
लेकिन क्षेत्रीय विभिन्नता विचारधाराएँ हार्टशार्न ने दी थी
कार्ल सावर ने (USA) में भू-दृश्य की संकल्पना (Concept of Landscape) प्रस्तुत की
सास्कृतिक भूगोल हृदय स्थल की उतपत्ति की संकल्पना प्रस्तुत की।
प्रमुख पुस्तक
  1. जैविक विश्व का मानवीय उपयोग (Human Use of Organic World)
  2. स्थल एंव जीवन (Land and Life)
  3. दृश्य भूमि स्वरुप (Morphology of Landscape)
  4. औजार्क उच्च भूमि (Ozark Highlands- A study in Upland Geography)
  5. सांस्कृतिक भूगोल (Cultural Geography)




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